चाहे आप डिजिटल मार्केटिंग की दुनिया में नए हों या खुद को एसईओ विशेषज्ञ के रूप में देखें, जैविक ट्रैफ़िक को समझना और हेरफेर करना एक चुनौती हो सकती है। Google द्वारा बाएं, दाएं और केंद्र में नए अपडेट लॉन्च करने की पसंद के साथ, जैविक ट्रैफ़िक की दुनिया को नेविगेट करना काफी उपलब्धि हो सकती है।
इस लेख में, हम "कार्बनिक ट्रैफ़िक क्या है" प्रश्न का उत्तर देते हैं, जबकि इसके महत्व पर भी प्रकाश डालते हैं और आपको दिखाते हैं कि Google Analytics 4 (GA4) में कार्बनिक ट्रैफ़िक कैसे देखें।
इस लेख में, हम "कार्बनिक ट्रैफ़िक क्या है" प्रश्न का उत्तर देते हैं, जबकि इसके महत्व पर भी प्रकाश डालते हैं और आपको दिखाते हैं कि Google Analytics 4 (GA4) में कार्बनिक ट्रैफ़िक कैसे देखें।
ऑर्गेनिक ट्रैफिक क्या हैं?
ऑर्गेनिक ट्रैफिक, ऐसे आगंतुकों को दर्शाता है जो गूगल, याहू,बिंग व अन्य सर्च इंजनों के अनपेड ख़ोज परिणामों द्वारा आपकी साइट पर आते हैं। ऑर्गेनिक ट्रैफिक पेड ट्रैफिक से बिल्कुल विपरीत होता हैं, जो कि गूगल के खोज परिणामों के ऊपरी हिस्से में दिखने वाली जैसी पेड एड्स के माध्यम से आपकी साइट पर पहुंचता हैं।
ऑर्गेनिक ट्रैफिक किसी थर्ड पार्टी, उदाहरण के लिए- अन्य किसी वेबसाइट में उपलब्ध लिंक या सोशल मीडिया, द्वारा भी रेफ़र नहीं होता हैं। इसमें केवल सर्च इंजनों द्वारा प्राप्त अनपेड ट्रैफिक को ही शामिल किया जाता हैं। संक्षिप्त में कहे तो, ऑर्गेनिक ट्रैफिक बाहरी प्रभाव से अनछुआ होता हैं।
खोज इंजन अनुकूलन
मार्केटिंग का प्रकार जो किसी वेबसाइट के लिए ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक को बेहतर बनाने पर केंद्रित है, उसे सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन, या SEO कहा जाता है। अवैतनिक, जैविक विपणन का यह रूप खोज इंजन परिणाम पृष्ठों (SERPS) पर वेबसाइट की रैंकिंग को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए विशिष्ट कीवर्ड, ट्रेंडिंग विषयों के साथ-साथ डिज़ाइन और विकास तकनीकों के संयोजन का उपयोग करके एक रणनीतिक दृष्टिकोण लेता है।
हालांकि, जहां तक एसईओ व साइट के ऑर्गेनिक ट्रैफिक को बढ़ाने की बात आती हैं, इसका कोई त्वरित समाधान तो उपलब्ध नहीं है परंतु इस प्रकार की डिजिटल मार्केटिंग में निवेश कर आप अपेक्षाकृत अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि यह पेड एडवर्टाइजमेंट की तुलना में अधिक स्थाई विकल्प हैं।
ऑर्गेनिक ट्रैफिक के फायदे
अधिकांश कंपनियों के लिए कमा फिर चाहे जिस प्रकार की हो कोमा ऑर्गेनिक ट्रैफिक ट्रैफिक का मुख्य स्रोत होता है। ऑर्गेनिक ट्रैफिक वास्तविक लोगों को आकर्षित करता है। इसका मतलब यह है कि आप इस बात को लेकर निश्चित हो सकते हैं कि आपकी साइट पर क्लिक करने वाला व्यक्ति ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसके पास कोई निश्चित सवाल या दिमाग में कोई ऐसा बिंदु मौजूद है जिसका समाधान उसे आपकी साइट के उपयोग द्वारा संभव लगता है। अपनी ऑडियंस की जरूरतों को समझ कर आप विश्व विश्वास के आधार पर ईमनदार फॉलोइंग प्राप्त कर सकते हैं। साथी, इस प्रकार के उच्च गुणवत्ता वाले गीत का लंबे समय में ग्राहक में परिवर्तित होने की संभावना भी अधिक होती है।
क्या आप यह सोच रहे हैं कि यह पेड ट्रैफिक से किस प्रकार अलग हैं? सच यह है कि, पेड ट्रैफिक में किसी बोट या स्वचालित मशीन द्वारा क्लिक प्राप्त होने की संभावना अधिक होती हैं। इस प्रकार के ट्रैफिक का आपकी साइट की रैंकिंग व एनालिटिक्स पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता जिस कारण समय के साथ बहुत कम वृद्धि संभव हो पाती हैं। ऑर्गेनिक ट्रैफिक उपभोक्ताओं के उद्देश्य पर आधारित होता हैं तथा इस प्रकार यह अपने प्रोडक्ट व सेवाओं की मार्केटिंग का एक अधिक लागत प्रभावी तरीका हैं।
साथ हीं, जैसे-जैसे आपका ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ता हैं उसी अनुसार ऑनलाइन जगत में आपकी साख भी बढ़ती जाती हैं, जिसे गूगल व अन्य सर्च इंजनों द्वारा काफी गंभीरता से लिया जाता हैं। अपने आप को उद्योग में एक सत्ता की तरह स्थापित कर आप गूगल के एसईआरपीस में बेहतर रैंकिंग प्राप्त कर सकते हैं। ई-ए-टी जोकि विशेषज्ञता, सत्ता व विश्वसनीयता को दर्शाते हैं, हमेशा से ही गूगल रैंकिंग निर्धारित करने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण पहलू रहे हैं। हालांकि, मई 2019 में आए संशोधन में गूगल ने पृष्ठों की गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए इन सभी को एकीकृत कर बजाय तीन अलग-अलग पहलुओं के एक संयोजित पहलू का रूप प्रदान कर दिया हैं।
कुछ आलो में अन्य के मुकाबले बेहतर ई-ए-टी की जरूरत होती हैं। इनमें शामिल हैं:-
कुछ आलो में अन्य के मुकाबले बेहतर ई-ए-टी की जरूरत होती हैं। इनमें शामिल हैं:-
- चिकित्सा वेबसाइट्स
- समाचार पत्र व अन्य पत्रकारिता लेख
- वैज्ञानिक विषयों को साझा करने वाले पृष्ठ
- कानूनी व कर सलाह वेबसाइट्स
- वित्तीय मंच
- ऐसी वेबसाइट्स जो महत्व के विषयों पर जानकारियां साझा करती हैं (जैसे बच्चों की परवरिश, घर की मरम्मत आदि)
- ऐसी वेबसाइट जो भिन्न प्रकार की हॉबीज, जिनमें एक निश्चित स्तर की विशेषज्ञता आवश्यक होती हैं से संबंधित सुझाव प्रदान करती हैं (जैसे एक उपकरण बजाना, वीडियोग्राफी, आदि)
गूगल एनालिटिक्स 4 मैं आप ऑर्गेनिक ट्रैफिक कहां देख सकते हैं?
जबकि Google Analytics 4 SEO की दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण टूल में से एक है, जब ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक का विश्लेषण करने की बात आती है तो नेविगेट करना सबसे आसान नहीं होता है। GA4 की मदद से, आप देख सकते हैं कि आपको कितना ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक मिल रहा है और जांच सकते हैं कि उपयोगकर्ता किन देशों से आते हैं और वे अन्य डेटा के साथ आपकी वेबसाइट से कैसे जुड़ते हैं।
ऑर्गेनिक ट्रैफिक जांचना
गूगल एनालिटिक्स प्रचलित सर्च इंजनों की पहचान कर इनके माध्यम से प्राप्त होने वाले ट्रैफिक की जानकारी आपके जिए 4 डैशबोर्ड के ट्रैफिक एक्विजिशन संभाग में एकत्रित करता हैं। इस प्रक्रिया का उपयोग कर आप अपनी साइट पर आने वाले ऑर्गेनिक ट्रैफिक की मात्रा जा सकते हैं:-
चरण 1: अपने Google Analytics 4 डैशबोर्ड पर जाएं और "रिपोर्ट" पर क्लिक करें
चरण 2: फिर, 'अधिग्रहण' ड्रॉप-डाउन सूची पर क्लिक करें और उसके बाद 'ट्रैफ़िक अधिग्रहण' पर क्लिक करें
चरण 3: इस पृष्ठ पर आपको उन तारीखों का चुनाव करना होगा जिन से संबंधित ऑर्गेनिक ट्रैफिक का डाटा आप प्राप्त करना चाहते हैं तथा इसके पश्चात पृष्ठ के निचले हिस्से में जाएं। इस बात को सुनिश्चित करें कि तालिका के ऊपरी बाई ओर मौजूद ड्रॉपडाउन में ' सेशन डिफॉल्ट चैनल ग्रुपिंग' का विकल्प चयनित हो। 'टोटल्स' विकल्प के अंतर्गत आपको एक 'ऑर्गेनिक खोज' की पंक्ति दिखाई देगी, जहां आपको आपकी वेबसाइट के ऑर्गेनिक ट्रैफिक से जुड़ा संपूर्ण डेटा विश्लेषण के लिए उपलब्ध कराया जाता हैं।
आपके आगंतुक कहां से आ रहे हैं जांचना
यह जानना कि आपकी साइट के आगंतुक किस जगह से आते हैं आपको अपनी पृष्ठ सामग्री व एसईओ प्रयासों को अधिक सटीकता प्रदान कर, वांछित ऑडियंस तक पहुंचने में सहायक हो सकता हैं। अपनी साइट के आगंतुकों की डेमोग्राफिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इन चरणों का पालन कर सकते हैं:
चरण 1: अपने डैशबोर्ड में जाकर 'डेमोग्राफिक' ड्रॉपडाउन लिस्ट पर क्लिक करें, इसके पश्चात 'डेमोग्राफिक डिटेल्स' पर क्लिक करें।
चरण 2: अब, स्क्रोल करके पृष्ठ में थोड़ा नीचे की ओर जाए व तालिका के ऊपरी दाएं कोने में अपनी वांछित तारीखों की श्रंखला का चयन करें तथा इसके पश्चात आपको फिल्टर का चयन कर यह निश्चित करना होगा कि आप तालिका में देश,शहर, भाषा, आयु, लिंग या रूचि में से किसके अनुसार जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तालिका में डेटा प्रदर्शित होने लगेगा जिसका आप अपनी इच्छा अनुरूप विश्लेषण कर सकते हैं।
ऑर्गेनिक ट्रैफिक व डायरेक्ट ट्रैफिक में क्या अंतर हैं?
कई वेबसाइट मालिक अक्सर असमंजस के कारण ऑर्गेनिक ट्रैफिक को ही डायरेक्ट ट्रैफिक मान लेते हैं। वास्तव में, ट्रैफिक के यह दो स्त्रोत बिल्कुल भिन्न होते हैं। जहां, ऑर्गेनिक ट्रैफिक, सर्च इंजनों के ख़ोज परिणाम पृष्ठों द्वारा आपकी साइट पर आता हैं वही डायरेक्ट ट्रैफिक ऐसे ट्रैफिक को दर्शाता है जहां आगंतुक स्वयं ही वेब ब्राउज़र में आपकी साइट का यूआरएल अंकित कर साइट पर पहुंचता हैं।
हालांकि, यह मुमकिन है कि आपकी लक्षित ऑडियंस में से कुछ ऐसे आगंतुक होते हैं जो अपने वेब ब्राउज़र में आपकी साइट का यूआरएल अंकित कर आपकी साइट पर पहुंचते हैं, इस बात को समझना महत्वपूर्ण हैं कि सामान्यतः डायरेक्ट ट्रैफिक वेबसाइट मालिकों, कर्मियों व मौजूदा उपभोक्ताओं की लॉगिन प्रक्रिया (यदि आप अपनी साइट पर यह सुविधा उपलब्ध करते हैं तो) द्वारा ही प्राप्त होता हैं।
ऑर्गेनिक ट्रैफिक बेहतर करना
हम अभी तक ऐसे किसी वेबसाइट मालिक से नहीं मिले हैं जो अपने पृष्ठों के ऑर्गेनिक ट्रैफिक को बेहतर ना करना चाहता हो और ऐसा इसलिए है क्योंकि अक्सर ऑर्गेनिक ट्रैफिक में बढ़ोतरी का सीधा अर्थ खरीदी, कमाई व राजस्व में बढ़ोतरी से होता हैं। हम यहां आपको अपनी साइट का ऑर्गेनिक ट्रैफिक बेहतर करने के लिए कुछ बुनियादी सुझाव प्रदान कर रहे हैं:
अपना ध्यान एसईओ पर केंद्रित करें
पेड विज्ञापनों के उलट एसईओ आपको अर्ध स्थाई परिणाम प्रदान करता हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए, अपने प्रयासों व बजट को एसईओ पर केंद्रित करना आपको अपनी साइट आगंतुकों की मात्रा बढ़ाने व फलस्वरुप बिक्री बढ़ाने में सहायक हो सकता हैं। हालांकि, एसईओ एक व्यापक स्पेक्ट्रम वाला उद्योग हैं जिसके चलते ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों को भी दैनिक समस्याओं से जूझना पड़ता हैं।
अच्छे एसईओ का एक आवश्यक पहलू कीवर्ड अनुसंधान व कार्यान्वयन हैं। AHREFs और SEMRush जैसे उपकरणों के प्रयोग द्वारा आप प्रासंगिक कीवर्ड्स को पहचान कर उनकी ख़ोज मात्रा जान सकते हैं ताकि आप अपनी वेबसाइट में इनका प्रयोग कर सकें। रणनीतिक तरीके से कीवर्ड्स का अपनी सामग्री में उपयोग करके आप ऑर्गेनिक रूप से वृद्धि प्राप्त करने में तो सक्षम बनते ही हैं परंतु साथ ही साथ यह भी जरूरी हैं कि आप कम व अधिक प्रतिस्पर्धी विकल्पों के बीच सही संतुलन का चुनाव करें जिससे कि प्रतिस्पर्धी वेबसाइटों से टक्कर लेना संभव हो।
सामग्री, सामग्री, सामग्री!
ब्लॉगिंग अपेक्षाकृत किफायती होने के बावजूद अपने ऑर्गेनिक ट्रैफिक को बेहतर करने का एक प्रभावशाली तरीका हैं। अपनी साइट पर उपलब्ध सामग्री की मात्रा को बढ़ा कर आप अधिक कीवर्ड्स को लक्षित कर, अपनी ऑनलाइन पहुंच को और भी बढ़ा सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखे की सामग्री आपकी सेवाओं व प्रोडक्ट्स से संबंधित हो या उपभोक्ताओं के प्रश्नों व परेशानियों की पहचान व समाधानों पर आधारित हो।
अपने शिर्षको व हेडलाइंस को अनुकूलित करें
गूगल केवल आपको इस आधार पर रैंकिंग प्रदान नहीं करता कि आपने कीवर्ड्स का उपयोग किया हैं या नहीं बल्कि इनके उपयोग के तरीके का भी आकलन करता हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने मुख्य कीवर्ड्स का उपयोग शीर्षक व मेटा विवरण की शुरुआत में करें ताकि आप की सामग्री का उद्देश्य स्पष्ट रहें।
अपनी छवियों को अनुकूलित करें
जब बात एसईओ की आती हैं तो छवियां भी सामग्री के समान है महत्व रखती हैं। आखिरकार, क्या आप किसी उत्पाद को उसकी छवि देखने के पहले ही खरीद लेते हैं? इस बात को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण हैं कि आप अपने उत्पादों की छवियां शामिल करें। साथ ही यह भी जरूरी हैं कि आप अपने ब्लॉग में प्रदान विवरण से संबंधित छवियों का उपयोग कर उसे जीवन प्रदान करें जिससे कि आगंतुक बेहतर रूप से जुड़ सकें।
अब आखरी परंतु महत्वपूर्ण बात, इस बात का ध्यान रखें कि आप छवियों को एसईओ अनुकूलित कर, छवियों की फाइल्स को सही नाम प्रदान करें व छवियों के अल्ट टेक्स्ट में अपने कीवर्ड्स का उपयोग करें।
अब आखरी परंतु महत्वपूर्ण बात, इस बात का ध्यान रखें कि आप छवियों को एसईओ अनुकूलित कर, छवियों की फाइल्स को सही नाम प्रदान करें व छवियों के अल्ट टेक्स्ट में अपने कीवर्ड्स का उपयोग करें।
अन्य ट्रैफिक स्त्रोत
गूगल एनालिटिक्स ट्रैफिक को स्तोत्रो के आधार पर व्यवस्थित करता हैं। ऑर्गेनिक ट्रैफिक के अलावा आप इन्हें देख सकते हैं:
- डायरेक्ट ट्रैफिक , जो कि पहले प्रदान विवरण अनुसार ऐसा ट्रैफिक होता हैं जो कि आगंतुकों द्वारा अपने वेबब्राउज़र में आपकी साइट का यूआरएल अंकित करने की प्रक्रिया द्वारा प्राप्त होता हैं।
- पेड ट्रैफ़िकआपके सभी पेड स्त्रोतों द्वारा प्राप्त ट्रैफिक को दर्शाता हैं जिसमें पे-पर-क्लिक अभियान व आपके द्वारा सर्च इंजनों पर लांच अन्य विज्ञापनों के साथ-साथ पेड सोशल मीडिया अभियान व मीडिया नेटवर्क शामिल होते हैं।
- रेफरल ट्रैफ़िकऐसे ट्रेफिको को दर्शाता हैं जो कि किसी अन्य वेबसाइट पर मौजूद लिंक के उपयोग द्वारा आपकी साइट पर आता हैं। यदि कोई ब्लॉग, लेख या अन्य वेबपृष्ठ आपकी साइट से लिंक के उपयोग द्वारा जुड़ा हैं व जब व्यक्ति उस लिंक पर क्लिक करता हैं तो इसे रेफरल ट्रैफिक के रूप में दर्ज कर लिया जाता हैं।
- सोशल ट्रैफिक ,सोशल मीडिया जैसे कि फेसबुक, लिंकडइन, इंस्टाग्राम, टि्वटर, टिकटोक, पिंटरेस्ट व अन्य माध्यमों से प्राप्त ट्रैफिक को दर्शाता हैं।
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Organic traffic makes up approximately 53.3% of website traffic across all industries today. With this in mind, it’s become more important than ever to know how to identify the organic traffic for your website so that you can take strides towards improving your SEO.
For more tips on improving organic traffic or how to use Google Analytics 4, email our friendly team at support@sparktraffic.com.
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